पुराना साल गया नया आ गया. नया साल हमारे लिए क्या कुछ लेकर आएगा ये तो वक़्त के साथ पता चलेगा लेकिन पुराना साल हमें ज़रूर बहुत सी अच्छी बुरी यादें दे गया. तो नए साल के आगमन पर हम आपके लिए कुछ ऐसे घटनाक्रम और व्यक्तित्व लेकर आये हैं जो 2017 में काफी चर्चा में रही.
मुख्य घटनाक्रम
पिछले साल हिमाचल के मुख्य और चर्चित घटनाएं इस प्रकार हैं.
कोटखाई गुड़िया रेप केस
दिल्ली के निर्भया कांड की जैसा एक घिनौना बलात्कार और हत्या का मामला शिमला जिले के कोटखाई में सामने आया जिसने प्रदेश ही नहीं पुरे प्रदेश में सनसनी फैला दी. स्कूल से लौट रही 15 साल की एक बच्ची की बलात्कार के बाद दर्दनाक हत्या कर दी गयी. इसमें कुछ नामी परिवार से ताल्लुक रखने वाले लोगों की संलिप्तता पर शक था लेकिन पुलिस ने शुरूआती छानबीन के बाद कुछ लोगों को हिरासत में लिया था. इनमे से एक आरोपी की पुलिस हिरासत में हत्या के बात इस केस ने एक नाटकीय मोड़ ले लिया और पुलिस की छानबीन को भी संदेह के घेरे में दाल दिया. उच्च न्यायालय के हस्तक्षेप के बाद यह मामला भी सीबीआई को सौंपा गया डीआईजी, एसपी, डीएसपी समेत कई पुलिस वालों की गिरफ्तारियां भी हुई लेकिन असली अपराधी अभी क़ानून की पकड़ से दूर हैं.
कोटरोपी हादसा
हादसों की दृष्टि से पिछले साल काफी दुर्भाग्यपूर्ण रहा. खासकर बरसात के दिनों में प्रदेश भर में जान मॉल का काफी नुकसान हुआ. लेकिन मंडी के पधर उपमंडल के कोटरोपी में एक ऐसा भूस्खलन हुआ जिसे वर्षों तक नहीं भुलाया जा सकता. रात के 11-12 बजे के आसपास एक पूरा पहाड़ कुछ ही सेकंडों में धराशायी हो गया और अपने साथ पूरी की पूरी बस को अपने साथ भ ले गया. इसके अतिरिक्त 1 अन्य बस और कुछ और आवाहन भी इसकी चपेट में आये. इस हादसे में 46 लोगों की मौत हुई. गनीमत रही की एक चट्टान के कारण एक पूरा गाँव मलबे की चपेट में आने से बच गया, नहीं तो हादसा और अधिक भयावह हो जाता.
वनरक्षक होशियार सिंह मर्डर केस
मंडी जिले के करसोग में वन माफियाओं द्वारा युवा वनरक्षक होशियार सिंह के क़त्ल ने इलाके में सनसनी फैला दी थी. बुज़ुर्ग दादी के इकलौते सहारे, होशियार का शव करसोग के जंगलों में उल्टा लटका हुआ मिला था. क़त्ल का शक इलाके के वन माफियाओं पर था, जिनके खिलाफ होशियार सिंह ने मुहीम छेड़ी हुई थी लेकिन अपने कर्त्तव्य को ईमानदारी से निभाने का खामियाज़ा होशियार को अपनी जान से चुकाना पड़ा. हालाँकि इस केस में कुछ लोगों की गिरफ़्तारी हुई थी. लेकिन सबूत न मिलने के कारन मामला सीबीआई को सौंपा गया लेकिन अभी तक कातिलों का पता नहीं चल सका है.
मनाली इग्लू स्टे
मनाली में बनाये गए बर्फ से बने घर जिन्हे इग्लू कहा जाता है. भारत में शायद किसी ने सोचा नहीं होगा कि यहाँ भी इग्लू बन सकते हैं. असल में इग्लू आर्कटिक देशों में रहने के लिए उपयोग होते हैं जहाँ बहुत ठण्ड पड़ती है. तो मनाली के होटल व्यवसाय से जुड़े दो लोगों ताशी दोरजे और विकास कुमार ने जनवरी में हामटा के सेथन गांव में दो इग्लू घर तैयार किये. यह प्रयोग टूरिज्म के क्षेत्र में एक चर्चा का विषय बना रहा.
हादसों का साल
हिमाचल के लिए साल 2017 हादसों का साल रहा. यूँ तो छोटे बड़े कई हादसों में सैंकड़ों लोगों ने अपनी जान गवाई. लेकिन इस साल कुछ बड़े बस हादसे भी हुए. शिमला के गम्मा में एक प्राइवेट बस के खाई में गिरने से 44 लोग मरे गए. वहीँ रामपुर में हुए एक अन्य हादसे में 28 लोगों ने जान गवाई. 11 दिसम्बर को दो अलग अलग हादसों में 12 लोगों की मौत हुई.
विधानसभा चुनाव 2017
9 नवंबर 2017 को हिमाचल विधानसभा चुनावों के लिए 74.6 फ़ीसदी रिकॉर्ड मतदान हुआ. चुनाव नतीजे 18 दिसम्बर को आये. भारतीय जनता पार्टी ने 44 सीटें जीतकर एक भारी बहुमत के साथ सरकार बनाई. ये चुनाव बहुत ही दिलचस्प रहे जहाँ भाजपा के मुख्यमंत्री उम्मीदवार प्रेम कुमार धूमल सहित दोनों पार्टियों के दिग्गज नेताओं को हार का मुंह देखना पड़ा वहीँ मंडी जिले से पहली बार कोई नेता मुख्यमंत्री की कुर्सी पर बैठा. मंडी के सराज विधानसभा से चुनाव जीते जय राम ठाकुर हिमाचल के नए मुख्यमंत्री बने.
चर्चित हस्तियां
साल 2017 में चर्चित रही हिमाचल प्रदेश की कुछ हस्तियां.
वीरभद्र सिंह
हिमाचल के मुख्यमंत्री यूँ तो हमेशा ही चर्चा में रहते हैं लेकिन काफी समय से परवर्तन निदेशालय और सीबीआई उनके पीछे पड़े थे. उन्होंने 2017 में वीरभद्र सिंह का साथ नहीं छोड़ा. आय से अधिक सम्पति के मामले में दिल्ली हाई कोर्ट में केस चला रहा जिन वजहों से वीरभद्र सिंह लगातार सुर्ख़ियों में रहे. ईडी ने उनका 27.29 करोड़ रुपये का एक फार्महाउस और 5.6 करोड़ कि अन्य सम्पति भी इस केस में सलग्न कर दी.
क्रिकेटर सुषमा वर्मा
महिला विश्व कप में भारत को फाइनल तक पहुंचने में विशेष योगदान के लिए हिमाचल की विकेटकीपर बल्लेबाज सुषमा वर्मा को विशेष कोटा के तहत पुलिस विभाग में डीएसपी के पद पर नियुक्त करने को मंज़ूरी दी गयी. सुषमा कब्बडी खिलाड़ी अजय ठाकुर के बाद यह नियुक्ति पाने वाली दूसरी खिलाड़ी बनी.
प्रशांत चोपड़ा का तिहरा शतक
सोलन जिले से सम्बन्ध रखने वाले हिमाचल रणजी टीम के बल्लेबाज प्रशांत चोपड़ा ने रणजी मैच में तिहरा शतक बनाते हुए इतिहास कायम किया. रणजी में तिहरा शतक बनाने वाले पहले हिमाचली खिलाडी बने प्रशांत.पंजाब के विरुद्ध धर्मशाला में खले गये मैच में प्रशांत ने 363 गेंद में 338 रन बनाकर कई रिकॉर्ड अपने नाम किये.
कंगना रनौत
हिमाचल की बॉलीवुड क्वीन कंगना रनौत भी कई वजहों से सुर्खयों में रही. कभी ऋतिक रोशन से अपने रिश्ते के कारण, कभी बॉलीवुड में भाई-भतीजावाद पर दिए पाने बयां के कारण तो कभी अपनी फिल्मों के कारण. इस साल कंगना की दो फिल्मे रिलीज़ हुई, रंगून और सिमरन. रंगून तो बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह पिट गयी लेकिन सिमरन के काम के लिए कंगना को खूब वाहवाही मिली.
अजय ठाकुर
2016 के कबड्डी विश्व कप में अपने धमाकेदार प्रदर्शन के डैम पर जीत दिलाने के बाद हिमाचल के स्टार कबड्डी खिलाडी ने इस साल के प्रो कबड्डी लीग में भी खूब धूम मचाई. तमिल थलाइवा का नेतृत्व करते हुए अजय ओवरआल पॉइंट और रेड पॉइंट में तीसरे स्थान पर रहे. हालाँकि अनुभवहीन टीम का प्रदर्शन खास अच्छा नहीं रहा, लेकिन अपने प्रदर्शन के डैम पर अजय को एशियाई कबड्डी टूर्नामेंट में टीम का नेतृत्व करने का मौका मिला. अजय ठाकुर किसी भी खेल में राष्ट्रीय टीम का नेतृत्व करने वाले हिमाचल के पहले खिलाडी बने. अजय ठाकुर ने अपने नेतृत्व और अपने प्रदर्शन के बुते एशियन कबड्डी टूर्नामेंट का ख़िताब भारत के नाम किया.
जय राम ठाकुर
जय राम ठाकुर के मुख्यमंत्री बनने का किस्सा भी काम दिलचस्प नहीं रहा. धूमल के चुनाव हारने के बाद जब जय राम ठाकुर का नाम सामने आया तो कुछ धूमल समर्थक कुछ नेता धूमल को मुख्यमंत्री बनाने की मांग करने लगे. जिससे पार्टी के भीतर काफी घमासान हुआ. लेकिन मंडी संसदीय क्षेत्र और खासकर मंडी जिले में भाजपा के प्रदर्शन और लोगों के भारी दबाव के चलते सराज के एक किसान परिवार से सम्भन्ध रखने वाले जय राम ठाकुर को हिमाचल का नया मुख्यमंत्री बनाया गया.
साल के अंतिम दिनों में ही सही लेकिन साल के सबसे अधिक चर्चित हस्ती बन गए मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर.