हिमाचल की दो हस्तियों को इस साल पद्मश्री पुरस्कार से नवाज़ा जायेगा। इनमें फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत के आलावा लेखक और हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर अभिराज राजेंद्र मिश्रा शामिल हैं।
भारत सरकार द्वारा इस साल के प्रतिष्ठित पद्म पुरस्कारों की घोषणा की गयी। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पद्म पुरस्कारों के लिए 141 नामों को स्वीकृति दी जिनमें 7 पद्म विभूषण, 16 पद्म भूषण और 118 पद्मश्री पुरस्कार सम्मिलित हैं। ये पुरस्कार मार्च या अप्रैल महीने में राष्ट्रपति भवन में एक समारोह में राष्ट्रपति द्वारा दिए जायेंगे।
मंडी जिले के भांबला से सम्बन्ध रखने वाली कंगना फ़िल्मी दुनिया में एक जाना पहचाना नाम है। फैशन, क्वीन, तनु वेड्स मनु जैसी फिल्मों से अपने अभिनय का लोहा मनवाने वाली कंगना की बॉलीवुड में अलग पहचान है। फिल्मों में अपने शानदार अभिनय के लिए कंगना को कला क्षेत्र में पद्मश्री के लिए चुना गया है। इससे पहले कंगना 3 राष्ट्रीय पुरस्कार और 4 फिल्मफेयर फिल्म पुरस्कार भी जीत चुकी हैं। अभी हल ही में कंगना की फिल्म पन्गा रिलीज़ हुई है। इस फिल्म में भी कंगना के काम को बहुत सराहना मिल रही है।
कंगना के साथ पद्मश्री जीतने वाले दूसरे हिमाचली प्रो अभिराज जीतेन्द्र मिश्रा हैं। शिमला के रहने वाले अभिराज मिश्रा संस्कृत के विद्वान् हैं। वो पूर्व में हिमाचल प्रदेश विश्वविद्यालय में प्रोफेसर रह चुके हैं और संस्कृत विभाग के विभागाध्यक्ष का कार्यभार भी देख चुके हैं। इसके आलावा वह सम्पूर्णानन्द संस्कृत विश्वविद्यालय के उप-कुलपति भी रह चुके हैं। अभिराज मिश्रा लेखक, कवि और गीतकार भी हैं। उन्होंने संस्कृत, हिंदी और अंग्रेजी में कई किताबें लिखी हैं। अभिराज मिश्रा का जन्म उत्तर प्रदेश के जौनपुर में हुआ था लेकिन सेवानिवृति के बाद वह शिमला में बस गए। अभिराज जितेंद्र मिश्रा को शिक्षा और शैत्य में उनके काम के लिए पद्मश्री से सम्मानित किया जायेगा।
इन दोनों हस्तियों को पद्मश्री मिलना पुरे प्रदेश के लिए गर्व की बात है।