कांगड़ा में पिछले कल भारतीय जनता पार्टी कि युवा हुंकार रैली हुयी। राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह से लेकर पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल तथा शांता कुमार, केंद्रीय मंत्री जे.पी. नड्डा व सांसद अनुराग ठाकुर सहित अन्य नेताओं ने रैली को सम्बोधित किया।
सभी नेताओं ने वर्तमान हिमाचल सरकार तथा मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह को जमकर कोसा और तमाम खामियां गिनाई। अमित शाह जहाँ केंद्र सरकार कि उपलब्धियां गिनाते रहे वहीँ यह भी कहते रहे कि हिमाचल सरकार ने केंद्र कि परियोजनाओं को लोगों तक पहुँचने नहीं दिया। इसके आलावा शाह ने पहले की कांग्रेस और वर्तमान की भाजपा सरकारों द्वारा हिमाचल को दिए जाने वाले पैसे की तुलना करते रहे। उन्होंने कहा कि भाजपा कि केंद्र सरकार ने शेयर इन सेन्ट्रल टैक्स, अनुदान सहायता, लोकल बॉडीज ग्रांट, डिजास्टर रिलीफ फण्ड आदि योजनाओं में यूपीए के 44,235 करोड़ कि तुलना में 1,15,846 करोड़ रूपये आबंटित किये जो यूपीए सरकार कि तुलना में 71,000 करोड़ रूपये अधिक हैं। वीरभद्र सरकार को इन 71,000 करोड़ रूपये का हिसाब देना चाहिए। अमित शाह ने वीरभद्र सिंह पर जमकर निशाना साधा और कहा कि इस बार भाजपा 50 से अधिक सीटें जीतकर तीन चौथाई बहुमत से सरकार बनाएगी।
पूर्व मुख्यमंत्री शांता कुमार ने कहा कि हिमाचल की जमानत वाली सरकार आज इतिहास की सबसे बुरी हालातों से गुजर रही है, जबकि बीजेपी की स्थिति इतिहास से अब सबसे अच्छी चल रही है। उन्होंने युवाओं से अपील करते हुए कहा कि आप उन्हें वोट नहीं दे देना जिन्होंने हिमाचल के ऊपर कंलक का टिका लगाया है।
इनके आलावा केंद्रीय मंत्री जे.पी.नड्डा, पूर्व मुख्यमंत्री प्रेम कुमार धूमल और उनके सुपुत्र सांसद अनुराग ठाकुर भी कांग्रेस सरकार पर जमकर बरसे। अनुराग ठाकुर ने कहा कि हिमाचल की भ्रष्ट सरकार माफिया राज चला रही है, इससे अब प्रदेश की जनता मुक्ति पाना चाहती है। अनुराग ने गुड़िया मामले को लेकर भी प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लिया।
लेकिन इस रैली एक बेहद ही अहम् बात रही कि युवाओं कि रैली में न तो युवाओं कि समस्याओं को लेकर बात कही गयी न ही उनके हित को लेकर। आज हिमाचल के युवा के सामने सबसे बड़ी समस्या रोजगार की है। हिमाचल प्रदेश में वर्तमान में 8 लाख से अधिक युवा विभिन्न रोजगार कार्यालयों में पंजीकृत हैं। इनमे से 34% पूरी तरह से बेरोजगार हैं और इनमे से कुछ या तो खेतीबाड़ी कर रहे हैं या प्राइवेट कंपनी में नौकरी कर रहे हैं। इन बेरोजगार युवाओं को रोजगार देने के लिए भाजपा द्वारा क्या कदम उठाये जायेंगे? ये बात किसी भी नेता ने नहीं नहीं कही।
इसके आलावा प्रदेश में बढ़ती नशाखोरी, सरकारी स्कूलों में गिरते शिक्षा के स्तर को सुधरने के बारे में भी किसी तरह का कोई आश्वासन या किसी योजना के बारे में कुछ नहीं बताया गया। भाजपा की युवा हुंकार रैली भाजपा की सामान्य रैली की तरह ही थी जिसमे युवाओं को प्रदेश सरकार को बदल कर भाजपा को सत्ता में लेन की अपील तो की गयी लेकिन युवाओं के हितों को लेकर कोई बात नहीं राखी गयी।